भोजताल के बारे में विस्तार से जानकारी - bhojtal
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भोजताल के बारे में विस्तार से जानकारी - bhojtal |
भोज ताल -
भोज ताल झील भारत के मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध झील है और यह झील राजधानी भोपाल में स्थित है |
अन्य नाम -
इस झील को 'अपर लेक' भी कहा जाता है तथा इसे 'बड़े तालाब' के नाम से भी जाना जाता है |
निर्माण -
इस झील का निर्माण मालवा के परमार राजा भोज ने करवाया था वह भोजपाल शहर को भी राजा भोज ने ही बसाया था तथा उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम भोपाल पड़ा |
आकर्षण -
यह झील पर्यटन के हिसाब से काफी मायने रखती है और इस झील को देखने के लिए प्रतिदिन पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है |
इस झील के निकट राजा भोज की एक बड़ी प्रतिमा है और यह झील मानसून के समय काफी खूबसूरत दिखाई देती है |
लंबाई -
इस झील की अधिकतम लंबाई 31.5 किलोमीटर है |
चौड़ाई -
इस झील की अधिकतम चौड़ाई 5 किलोमीटर है |
जल ग्रहण क्षेत्र -
इस झील का कुल जल ग्रहण क्षेत्र 361 वर्ग किलोमीटर है |
क्षेत्रफल -
इस झील का सतही क्षेत्रफल 31 वर्ग किलोमीटर है |
इतिहास -
इस झील का निर्माण राजा भोज ने सन 1005 से 1055 के बीच करवाया था और प्राचीन मान्यताओं के अनुसार राजा भोज चर्म रोग से ग्रसित हो गए थे, जिसे कोई भी डॉक्टर या वैद्य ठीक नहीं कर पाए थे, तभी राजा को किसी संत ने आकर कहा कि आप एक ऐसा तालाब बनवाइये, जिसमें 365 सहायक नदियों का पानी हो और फिर उस में नहाने से आपका रोग ठीक हो जाएगा |
अब राजा भोज ने भोपाल शहर से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर बेतवा नदी पर तालाब बनाने के लिए कहा, लेकिन अब समस्या यह थी कि बेतवा नदी की कुल 359 नदियां ही सहायक नदियां थी, तभी गोंड सैन्य के अध्यक्ष काली ने अन्य कुछ अदृश्य नदियों के बारे में बताया, जिन को खोजने के बाद इस नदी की कुल सहायक नदियां 365 हो गई और फिर इस तरह से इस तालाब का निर्माण हुआ |