माही नदी के बारे में जानकारी - Mahi River in Hindi |
माही नदी पश्चिम भारत में बहने वाली एक प्रकार की नदी है
और यह नदी भारत की एक पवित्र नदी है |
माही नदी –
यह पश्चिम भारत की एक मुख्य नदी है और यह नदी भारत की एक ऐसी नदी है,
जो कर्क रेखा दो बार काटती है | साथ ही यह नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है
|
माही नदी का उद्गम स्थल –
यह नदी मध्य प्रदेश के धार जिले की सरदारपुर तहसील के मिन्डा गाँव के
पास में विंध्यांचल पर्वत श्रंखला अमझोरा की पहाड़ियों की मेहंद झील से निकलती है |
mahi nadi की लम्बाई –
इस नदी की मध्य प्रदेश में लम्बाई 158 किलो मीटर है, राजस्थान में
इसकी लम्बाई 171 किलो मीटर है और गुजरात में इसकी लम्बाई 247 किलो मीटर है, इस
प्रकार इसकी कुल लम्बाई 576 किलो मीटर है और इस नदी का कुल जल ग्रहण क्षेत्र 35000
वर्ग किलो मीटर है |
mahi nadi की गहराई –
इस नदी की औसत गहराई 14 मीटर यानि 42 फीट है और अधिकतम गहराई 27 मीटर
यानि 90 फीट है |
mahi nadi के उपनाम –
इस नदी को माही के अलावा और भी नामों से जाना जाता है और इस नदी को
आदिवासियों की गंगा, बांगड़ की गंगा, कांठल
की गंगा और दक्षिण भारत की स्वर्ण रेखा कहा जाता है |
mahi nadi की सहायक नदियों के नाम –
इस नदी की अनेक सहायक नदियाँ है, जिनका नाम सोम नदी, ईरु नदी, चाप
नदी, अनास नदी, ऐराव नदी, जाखम नदी, मोरेन नदी आदि है |
mahi nadi की विशेषता –
सुजलाम-सुफलाम क्रांति इस नदी से सम्बंधित है और इस नदी के प्रवाह
क्षेत्र को राजस्थान में “छप्पन का मैदान” भी कहा जाता है |
माही नदी का आकर उल्टा U की आकृति का है और इस नदी के किनारे औदिच्य
ब्राह्मणों की गद्दी स्थित है |
माही नदी के बारे में जानकारी - Mahi River in Hindi |
यह नदी राजस्थान में बांसवाडा जिले के खांडू गाँव से प्रवेश करती है
और यह नदी राजस्थान के डूंगरपुर और बांसवाडा जिले की सीमा का निर्धारण कर उन्हें अलग
करती है |
राजस्थान के डूंगरपुर में इस नदी पर लोधिसर का नाका स्थित है और
गुजरात का शहर बड़ोदरा शहर भी इस नदी के किनारे स्थित है |
माही नदी भारत में किन-किन राज्यों में बहती है
माही नदी भारत के दो राज्यों में बहने वाली एक प्रमुख नदी
है, जिनका नाम मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात है |
मध्य प्रदेश में माही –
यह नदी मध्य प्रदेश के तीन जिलों में बहने वाली नदी है जिनका नाम धार,
झाबुआ और रतलाम है |
राजस्थान में माही –
यह नदी राजस्थान के भी तीन जिलों में बहती है और यह जिले बाँसवाड़ा,
प्रतापगढ़ और डूंगरपुर है |
गुजरात में माही –
गुजरात में यह नदी पांच जिलो से होकर गुजरती है और इन जिलों के नाम
पंचमहल, गोधरा, वडोदरा, महिसागर और आनन्द है |
माही नदी पर बने बाँध –
इस नदी पर अनेक बांध बने है जिनमें से कुछ बांध प्रमुख है जो इस
प्रकार से है –
माही बजाज सागर बांध –
यह बांध राजस्थान के बांसवाडा जिले में माही नदी पर बना है और यह बांध
राजस्थान का सबसे लम्बा बांध है, जिसकी लम्बाई 3109 मीटर है | इस बांध के द्वारा
140 मेगा वाट विद्युत उत्पन्न होती है और इस बांध का निर्माण माही बजाज सागर
परियोजना के द्वारा सन 1972 से 1983 के बीच में किया गया | इस बांध का नाम
प्रसिद्ध क्रांतिकारी जमनालाल बजाज के नाम पर रखा गया है |
कडाना बांध –
यह बांध गुजरात के महिसागर जिले के कडाना नामक स्थान पर बना हुआ है और
इस बांध का निर्माण भी माही बजाज सागर परियोजना के तहत सन 1979 में कराया गया | इस
बांध का निर्माण विधुत उत्पादन, कृषि और बाढ़ नियंत्रण के लिए कराया गया |
कागदी पिकअप बांध –
यह बांध राजस्थान के बांसवाडा जिले में स्थित है |
वनकबोरी बांध –
बनकबोरी बांध माही नदी पर वनकबोरी गाँव के पास में है और इस नदी के
पानी का उपयोग करने के लिये ताप विधुत केन्द्र है |
माही नदी किनारे धार्मिक स्थल –
इस नदी के किनारे राजस्थान के डूंगरपुर में बैणेश्वर धाम है और यंहा
पर माही नदी, सोम नदी और जाखम नदी का त्रिवेणी संगम है |
माही नदी के बारे में जानकारी - Mahi River in Hindi |
यह आदिवासियों का तीर्थ है और यंहा पर आदिवासियों का मेला लगता है और
इस मेले को आदिवासियों का कुम्भ कहा जाता है | यह विश्व का एक मात्र ऐसा स्थान है,
जंहा पर खण्डित शिवलिंग की पूजा की जाती है |
mahi nadi का संगम –
यह नदी अपने उद्गम से निकलकर मध्य प्रदेश में बहती हुई गुजरात और राजस्थान में अपना सफ़र तय करती है और फिर यह नदी गुजरात राज्य के आनंद जिले से होकर खम्बात की खाड़ी (अरब सागर) में गिरती है |
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FAQs -
कर्क रेखा को दो बार काटने वाली नदी कौनसी है ?
माही नदी पश्चिम भारत की एक मुख्य नदी है और यह एक ऐसी नदी है जो दो बार कर्क रेखा को काटती हुई आगे का सफर तय करती है और फिर बाद में यह नदी गुजरात के आनंद से होती हुई खम्बात की खाड़ी में गिरती है |
किस नदी को आदिवासियों की गंगा कहा जाता है ?
माही नदी को आदिवासियों की गंगा कहा जाता है |
माही नदी को किन-किन नामों से जाना जाता है ?
माही नदी को बांगड़ की गंगा, आदिवासियों की गंगा, दक्षिण भारत की स्वर्णरेखा और कांठल की गंगा कहा जाता है |
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