jhelum nadi in hindi |
jhelum nadi भारत के उतर और पाकिस्तान के पूर्व में बहने वाली एक नदी है और
यह नदी कश्मीर की घाटी से होकर गुजरती है |
साथ ही यह नदी सिन्धु नदी की एक सहायक नदी भी है |
origin of jhelum river
यदि हम झेलम नदी के उद्गम स्थल की बात करते है कि इसका उद्गम स्थल कहाँ पर है
तो इसके जवाब में कहा जा सकता है कि
इस नदी का उद्गम भारत के जम्मू कश्मीर राज्य के
अनन्त नाग जिले के बेरीनाग के पास शेषनाग झील से हुआ है |
jhelum nadi ka upnam
अब अगर इस नदी के उपनाम की बात आती है तो
इस नदी को झेलम के अलावा भी अनेक नामों से जाना जाता है
वैदिक काल में इस “विस्तता”,
कश्मीर भाषा में इसे “व्यथ”,
पंजाबी भाषा में “बीहट” और
ग्रीक भाषा में इस नदी को “हाईडेसपीज” कहा जाता है |
jhelum nadi ki lambai
अगर इस नदी की लम्बाई की बात की जाये तो
इस नदी की कुल लम्बाई 725 किलो मीटर है |
jhelum nadi ki sahayak nadiyan
यदि कहा जाता है कि झेलम नदी की सहायक नदियाँ कौन-कौनसी है
तो इसके जवाब में कहा जा सकता है
कि किशनगंगा नदी (नीलम), कुम्हर नदी, पूंछ नदी,
करवेस नदी आदि झेलम की सहायक नदियाँ है |
jhelum nadi ki visheshta
झेलम नदी के बारे मे जानकारी |
इस नदी के द्वारा ही कश्मीर की घाटी का निर्माण हुआ है और
यह नदी पंजाब क्षेत्र की पांच नदियों में से
सबसे पश्चिमी नदी है |
jhelum nadi kahan par hai ?
अगर कहा जाता है कि झेलम नदी किन-किन देशों में बहती है
तो फिर इसका जवाब होगा कि यह नदी भारत और
पाकिस्तान में बहने वाली एक नदी है |
jhelum nadi kis rajya mein bahti hai ?
अब बात आती है कि झेलम नदी किस राज्य में बहती है
तो इसका जवाब होगा कि यह नदी भारत के
जम्मू कश्मीर में बहने वाली एक नदी है |
shahar
यदि कहा जाता है कि झेलम नदी के किनारे कौन-कौनसे शहर बसे हुए है
तो इसके जवाब में कहा जा सकता है कि
इस नदी के किनारे अनेक छोटे-बड़े शहर है
जिनमें से श्री नगर, उरी, बारामुल्ला, अनंतनाग आदि प्रमुख शहर है |
jhelum river dam
इस नदी पर अनेक बांध बने हुए है जिसमें से उरी बांध, किशनगंगा जलविधुत सयंत्र,
मंगल डैम, रसूल बैराज,
त्रिम्मु बैराज, हसनपुर और तुलबुल बांध प्रमुख है |
lake
इस नदी पर वुलर झील,
डल झील, मानसबल झील, गंगा बल झील, निगिन झील, अंकार झील आदि है |
Jhelum river bank tourist places
jhelum river in hindi |
इस नदी के किनारे लगे हुए हाउस बोटों की पंक्ति
(जिनमें वुड़कर और पेपर मैशी की दुकानें भी शामिल है)
कश्मीर जाने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और
उसके वक्षस्थल पर मस्ताचाल में तैरते हुए हंसो की कतार के समान
शिकारों की पंक्तियाँ भी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है |
jhelum nadi ka sangam
अब अगर झेलम नदी के संगम की बात की जाए तो अपने उद्गम स्थल से निकलने के बाद
लगभग 725 किलोमीटर की दुरी तय करने के बाद यह नदी पाकिस्तान के झांग जिले में
त्रिम्मु नामक जगह के पास में चिनाब नदी में समाहित हो जाती है और
आगे चलकर यह नदी भी सिन्धु नदी में मिलती है
और फिर अंत में सिन्धु नदी भी अरब
सागर में समाहित हो जाती है |
history of jhelum river
नीलमत पुराण के अनुसार –
एक बार ऋषि कश्यप ने माता पार्वती से अनुरोध किया कि
वे वहां पर रहने वाले राक्षसों से छुटकारा पाने के लिये और
पृथ्वी की शुद्धिकरण करने के लिये कश्मीर में आये |
तब भगवान शिव ने नीला बैरी नाग वसंत के निवास स्थान के पास में अपने त्रिशूल से एक प्रहार किया
और फिर माता पार्वती नदी के रूप में धरती लोक पर आई |
भगवान शिव के त्रिशूल से प्रहार करने पर त्रिशूल की एक वितासी धरती में चली गयी,
तब भगवान शिव ने इस नदी को “विस्तता” नाम दिया |
FAQs -
यह नदी भारत के जम्मू कश्मीर राज्य के अनंतनाग जिले में बेरीनाग के निकट शेषनाग झील से निकलती है |
इस नदी की कुल लम्बाई लगभग 725 किलोमीटर है |
यह नदी अनेक छोटे बड़े शहरों से होकर गुजरती है, जिनके नाम श्रीनगर, बारामुल्ला, अनंतनाग आदि है |
इस नदी की अनेक सहायक नदियां है, जिनके नाम किशनगंगा नदी (नीलम नदी), कुम्हर नदी, पूंछ नदी, करवेस नदीआदि है |
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