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जानिये मानसबल झील के बारे में - manasbal jheel

जानिये मानसबल झील के बारे में - manasbal jheel

जानिये मानसबल झील के बारे में - manasbal jheel


मानसबल झील जम्मू कश्मीर राज्य में श्रीनगर के उत्तर दिशा में स्थित एक पर्वतीय झील है और इस झील के किनारे तीन बस्तियां जरोकबल, कोंडाबल और गांदरबल है |


मानसबल झील -

इस झील के साफ पानी के किनारे कमल के फूल उगे हुए हैं और ओह यह झील 13 मीटर की अधिकतम गहराई के साथ जम्मू कश्मीर की सबसे गहरी झील मानी जाती है |


मानसबल झील के बारे में जानकारी -

यह झील श्रीनगर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस झील के झिलमिलाते पानी में खिलने वाले कमल के फूल इस झील को और भी अधिक खूबसूरत बनाते हैं, साथ ही साथ यहां पर रहने वाले लोगों के लिए रोजी रोटी के काम भी आते हैं |


manasbal jheel की नामोत्पति -

कहा जाता है कि इस झील का नाम तिब्बत में स्थित पवित्र मानसरोवर झील के आधार पर पड़ा है |


manasbal jheel के अन्यनाम -

इस झील को मानसबल झील के साथ साथ मनसबल झील भी कहा जाता है |

यह झील विशाल और सुगम में होने के साथ-साथ अनेक राजसी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है, इसलिए इसे 'कश्मीर के झीलों का सबसे श्रेष्ठ रत्न' भी कहा जाता है तथा इस झील को भारत का सबसे गहरा झील भी कहा जाता है |


मनसबल झील की लंबाई व चौड़ाई -

इस झील की अधिकतम लंबाई 5 किलोमीटर है और इसकी अधिकतम चौड़ाई 1 किलोमीटर है |


मानसबल झील की गहराई -

इस झील की औसत गहराई 4.5 मीटर है तथा इसकी अधिकतम गहराई 13 मीटर है |


मनसबल झील का जल ग्रहण क्षेत्र -

इस झील का कुल जल ग्रहण क्षेत्र 33 वर्ग किलोमीटर है और इसके तट की लंबाई 10.2 किलोमीटर है और इसकी सतही ऊंचाई 1583 मीटर है |


मानसबल झील का इतिहास -

इस झील का प्राकृतिक सौंदर्य इतिहास में भी आकर्षण का केंद्र था और इस झील के किनारे 17 वी शताब्दी के मुगलों के किले और झरोखों एक खंडहर इसकी प्रसिद्धि इतिहास में दर्शाते हैं |

एतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार - मुगल काल में पंजाब से श्रीनगर आए हुए मेहमानों के लिए झरोखा बाग किले को अतिथि ग्रह के रूप में उपयोग किया जाता था |


mansabal jheel का पर्यटक स्थल -

यह दिल आंखों को सुकून देने वाले आकर्षणों में से एक है और यहां पर कई अलग-अलग तरह के पक्षी देखने को मिलते हैं, इसलिए यह पक्षी प्रेमियों का भी स्वर्ग है |

इस झील के किनारे मुगलबाग और जरोखाबाग के अलावा भी अनेक बाग मौजूद हैं और सेब के बाग, शहतूत के बाग, चिनार के बड़े-बड़े पेड़ और जल ग्रहण क्षेत्र में खेतों के भाग झील की सुंदरता को बढ़ाते हैं |

एशिया महाद्वीप की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक वूलर झील भी इस झील के निकट ही स्थित है |

इस झील के पूर्वी भाग में एक प्राचीन शिव मंदिर खुदाई के द्वारा खोजा गया है, जो कि 800 से 900 ईस्वी में बना है और यह मंदिर स्थानीय ग्रे रंग के पत्थरों से बना हुआ है और वर्तमान में इसे मानसबल मंदिर के नाम से जाना जाता है |


manasbal jheel की विशेषता -

इस झील की एक खास बात यह है कि इस झील में किसी भी नदी की धारा नहीं मिलती है तथा यह झील बारिश या पहाड़ों से जमा किए गए पानी पर आश्रित है और यह झील जम्मू कश्मीर के झेलम नदी की श्रेणी में सबसे ऊंचे पर स्थित झीलों में से एक है |


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FAQ -

मानसबल झील का नाम मानसबल कैसे पड़ा ?

मानसबल झील का नाम तिब्बत में स्थित एक पवित्र झील मानसरोवर झील के आधार पर रखा गया है |

भारत का सबसे गहरा झील किसे कहा जाता है ?

भारत का सबसे गहरा झील मानसबल झील को कहा जाता है |

मानसबल झील के किनारे कौनसी बस्तियां है ?

इस झील के किनारे तीन प्रकार की बस्तियां है, जिनके नाम जरोकबल, कोंडाबल और गांदरबल है |

मानसबल झील की लम्बाई कितनी है ?

इस झील की लम्बाई 05 किलोमीटर है |

मानसबल झील की चौड़ाई कितनी है ?

इस झील की कुल चौड़ाई 01 किलोमीटर है |

मानसबल झील की अधिकतकम गहराई कितनी है ?

इस झील की कुल गहराई 13 मीटर है |

मनसबल झील की औसत गहराई कितनी है ?

इसकी औसत गहराई 4.5 मीटर है |


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