banganga nadi भारत की नदी है और इस नदी का जल भरतपुर में धना पक्षी राष्ट्रीय उद्यान में भूमिगत होकर नम भूमि का निर्माण करता है |
बाणगंगा नदी का उदगम origin of banganga nadi
इस नदी का उदगम राजस्थान राज्य के जयपुर जिले की बैराड़ पहाड़ियों से हुआ है |
banganga nadi के अन्यनाम
इस नदी को बाणगंगा के अलावा 'अर्जुन की गंगा' भी कहा जाता है और इसे रूणिडत नदी भी कहा जाता है तथा यह नदी ताला गांव से होकर निकलती है, इसलिए इसे ताला नदी भी कहा जाता है |
बाणगंगा नदी की लंबाई
इस नदी की कुल लंबाई 380 किलोमीटर है |
बाणगंगा नदी का अपवाह क्षेत्र
यह नदी जयपुर जिले से निकलती है वह दौसा और भरतपुर जिले में बहती है और फिर अंत में यमुना नदी में मिल जाती है |
banganga नदी की विशेषता
यह नदी यमुना नदी की एक सहायक नदी है और यह नदी राजस्थान की एकमात्र ऐसी नदी है, जिसके उदगम से विलय तक एक भी सहायक नदी नहीं है |
बाणगंगा नदी का संगम
यह नदी अपने उद्गम स्थल से निकलकर कुल 380 किलोमीटर तक का सफर तय करती हुई अंत में फतेहाबाद, आगरा के निकट यमुना नदी में समाहित हो जाती है |
banganga nadi के जल का उपयोग
इस नदी पर जमवारामगढ़ के पास में बांध बनाया गया है और फिर उस से जयपुर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है और कृषि सिंचाई के लिए भी इसके जल का उपयोग किया जाता है |
FAQs
बाणगंगा नदी किसकी सहायक नदी है ?
बाणगंगा नदी यमुना नदी की एक सहायक नदी है |
बाणगंगा नदी कहाँ से निकलती है ?
बाणगंगा नदी राजस्थान राज्य के जयपुर के निकट बैराड की पहाड़ियों से निकलती है |
किस नदी को ताला नदी के नाम से जाना जाता है ?
बाणगंगा नदी को ताला नदी के नाम से जाना जाता है |
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