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Tungabhadra nadi - तुंगभद्रा नदी कहाँ पर है - तुंगभद्रा नदी का इतिहास

Tungabhadra nadi - तुंगभद्रा नदी कहाँ पर है - तुंगभद्रा नदी का इतिहास

Tungabhadra nadi - तुंगभद्रा नदी कहाँ पर है - तुंगभद्रा नदी का इतिहास
Tungabhadra nadi - तुंगभद्रा नदी कहाँ पर है - तुंगभद्रा नदी का इतिहास

Tungabhadra nadi भारत के पवित्र नदी है और यह नदी कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बहने वाली एक नदी है |


तुंगभद्रा नदी का उदगम tungabhadra river origin

इस नदी का उदगम तुंगा नदी और भद्रा नदी के मिलन से हुआ है और यह नदी पश्चिमी घाट के पूर्वी ढ़ाल से होकर बहती है |

कर्नाटक में पश्चिम घाट की गंगा मूल चोटी से समुद्र तल से लगभग 1195 मीटर की ऊंचाई से तुंगा नदी एवं उसके निकट ही काडूर से भद्रा नदी निकलती है वह यह दोनों नदियां शिमोगा के पास में सम्मिलित हो जाती है और फिर वही से तुंगभद्रा नदी कहा जाता है |


Tungabhadra nadi का प्राचीन नाम

इस नदी को रामायण काल में पंपा के नाम से जाना जाता था |


Tungabhadra nadi की लंबाई और जलग्रहण क्षेत्र

इस नदी की कुल लंबाई लगभग 531 किलोमीटर है और इसका कुल जल ग्रहण क्षेत्र 27574 वर्ग मील है |


Tungabhadra nadi की सहायक नदियां

इस नदी के अनेक सहायक नदियां है, जो कि इस प्रकार से है |


दाएं तरफ से

दाएं तरफ से वेदवती नदी और हाद्री नदी इसकी सहायक नदी है |


बाएं तरफ से

कुमुदवती नदी और वर्धा नदी इस की सहायक नदियां है |


तुंगभद्रा नदी के किनारे बसे शहर

यह नदी अनेक शहरों से होकर गुजरती है, जिनमें से हरिहर, हॉस्पेट, हंपी, मंत्रालयम और कुर्नुल प्रमुख शहर है |


तुंगभद्रा नदी की विशेषता

इस नदी के किनारे अनेक धार्मिक स्थान है और रामायण काल में इस नदी को पंपा के नाम से जाना जाता था |

तुंगा नदी के बाएं तट पर आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित श्रंगेरी मठ बना हुआ है और 14 वीं सदी में स्थापित दक्कनी विजयनगर की राजधानी हंपी भी इसी नदी के किनारे पर स्थित है |


Tungabhadra nadi का महत्व

अब अगर इस नदी के महत्त्व की बात कि जाये तो यह नदी भारत की एक पवित्र नदी मानी जाती है और इस नदी के किनारे अनेक धार्मिक स्थल भी है |

इस नदी के तट पर स्थित हंपी का एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है, जो कि हर साल अनेकों लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है |


जल का उपयोग

इस नदी के जल का उपयोग कृषि सिंचाई और पीने के लिए किया जाता है |


तुंगभद्रा नदी का संगम

अब अगर Tungabhadra river के संगम की बात कि जाये तो यह नदी अपने उदगम स्थल से निकलकर लगभग 531 किलोमीटर की दूरी तय करती हुई तेलंगाना राज्य के महबूबनगर जिले के आलमपुर में कृष्णा नदी में समाहित होती है |


पौराणिक मान्यताओं के अनुसार तुंगभद्रा नदी

पंपा ब्रह्मा की बेटी है वह ब्रह्मा ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की फोन फिर भगवान शिव ने उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उनसे पंपापति ( पंपा का पति) के नाम से विवाह करने का फैसला लिया |

हंपी का नाम पंपा की कहानियों में भी उत्पन्न होता है |


इतिहास

विजयनगर वंश के राजाओं ने इस नदी पर अनेक नहरें और जल सेतु का निर्माण करवाया था और जल संभरण व्यवस्था का एक कुशल तंत्र महल के मानव निर्मित पानी के विंडो को भरने में मदद करता था |


FAQs

तुंगभद्रा नदी किसकी सहायक नदी है ?

तुंगभद्रा नदी कृष्णा नदी की एक सहायक नदी है |


तुंगभद्रा नदी कहाँ है ?

तुंगभद्रा नदी भारत देश में बहने वाली एक नदी है और यह नदी भारत के दो राज्यों में बहने वाली नदी है, जिनके नाम कर्नाटक और आँध्रप्रदेश है |


पुराने समय में किस नदी को पंपा नदी के नाम से जाना जाता था ?

पुराने समय में तुंगभद्रा नदी को पंपा नदी के नाम से जाना जाता था |


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