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जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं


जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं
जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं

जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं - नमस्कार दोस्तों,
आज हम baat करने वाले है so that ham उन लोगों की बातों को aasani से मानते हैं | 
जिन्हें ham like करते हैं और हम देखेंगे कि क्या कोई insane हमारे sath कोई dhokh  तो नहीं 
कर रहा है या फिर वो hamare साथ किस tarah से batchit कर रहा है |

दोस्तों, यह post हमारे knowledge एवं experience के आधार पर प्रकाशित की गयी है and however यह पोस्ट

आपकी अच्छी लगे तो please इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों साथ share जरूर करें |


आसानी से baat मानना

जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं because jab bhi 

कोई खुबसूरत इन्सान आपसे help मांगता है, then aap ख़ुशी-ख़ुशी उसकी मदद करते hain |

Besides जब भी कोई हमारा अच्छा friend हम से मदद मांगता है, then हम उसे ना नहीं कह पाते और

इसकी vajah यही है कि हम उनकी बातें aasani मानते हैं, जिन्हें हम dil से pasand करते हैं |

जब भी कोई इन्सान हमारी चापलूसी करता है then हमें अच्छा लगने लगता है

और fir हम आसानी से uski बातों में आ जाते हैं |

for example - 

Similarly कुछ selesman  product बेचने के लिए हमारी चापलूसी करके खुद को हमारे jaisa दिखाने का prayas करते हैं |

 अगर aap सेल्समेन से सामान खरीदते समय कहते हैं कि मुझे नीला रंग पसंद है

तो वो भी आपसे यही कहेगा कि मुझे भी नीला रंग काफी पसंद है

और यह रंग आपके ऊपर बहुत ही अच्छा लगेगा |


अपनी बात मनवाना

जब भी कोई इन्सान हमारी जैसी soch रखता है या फिर हमारी और उसकी manjil एक ही है

then हम उसे पसंद करने लगते हैं and जब भी कोई hamara साथ देता है

तो even so हम उसकी बात आसानी से मान लेते हैं | 


जिन लोगों को हम पसंद करते हैं हम उन लोगों की baat आसानी से मानते हैं

Now you खुद से question  कीजिये कि क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि किसी इन्सान के साथ रहने पर आप देर तक अच्छा महसूस करते हैं, but बाद में उसकी बातों के बारे में सोचने पर आपको पता चलता है कि वो व्यक्ति गलत बोल रहा था and अगर ऐसा है तो फिर आप समझ जाइये कि aap उस इन्सान के बहकावे में आ रहे थे | 

 

FAQs

अपनी बात मनवाना क्यों जरुरी है ?

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने और अपने काम के प्रति पूरी तरह से ईमानदार होते है, लेकिन सामने वाला इन्सान हमारी baat मानने को तैयार ही नहीं होता है, तब ऐसी situation में हमें अपनी बातें मनवाना जरुरी हो जाता है |

 

अपनी बातें मनवाने के लिए क्या करें ?

Aap अपनी बातों को मनवाने के लिए कुछ आसान से उपाय कर सकते है और सामने वाले इन्सान को आप विश्वास दिला सकते हैं |

baat करते समय आप अपनी बातों को story के रूप में में समझा सकते हैं |

आपको ध्यान देना होगा की आपकी baat में special क्या है, जिससे आप सुनने वाले का ध्यान अपनी और attractive कर सकें |

 

क्या बातें मनवाना जरुरी है ?

हाँ, agar आप सही है या आप किसी को समझा रहे हैं या फिर आप किसी से apna काम करवाना चाहते हैं तो ऐसे में बातें मनवाना जरुरी है |


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