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wainganga nadi के बारे में उद्गम स्थल से लेकर संगम तक की जानकारी

wainganga nadi के बारे में उद्गम स्थल से लेकर संगम तक की जानकारी
wainganga nadi के बारे में उद्गम स्थल से लेकर संगम तक की जानकारी


wainganga nadi in hindi -नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारी वेबसाइट पर, आज हम बात करने वाले है
वैनगंगा नदी के बारे में और इस पोस्ट के माध्यम से wainganga river in hindi में जानकारी प्रकाशित की गयी है |

If वैनगंगा नदी की बात की जाए तो यह नदी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की एक मुख्य नदी है

और यह नदी दक्षिण दिशा में प्रवाहित होती है |


वैनगंगा नदी का उदगम स्थान (wainganga river origin )

अब if बात की जाये कि वैनगंगा नदी का उद्गम स्थान कहाँ पर है,

then इसका जवाब होगा कि wainganga nadi ka udgam मध्य प्रदेश के सतपुड़ा पर्वत श्रेणी के दक्षिण ढलानों में सिवनी जिले के मुंडारा गांव से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर परसवाड़ा पठार के राजोलाताल से हुआ है |


वैनगंगा नदी के अन्य नाम

इस नदी को बेवा, दिदि, वैन्या, बैना, वेवे, वेणी, वैया आदि अन्य नामों से भी जाना जाता है |


वैनगंगा नदी की लंबाई और जलग्रहण क्षेत्र ( wainganga river length )

अब if कहा जाए कि wainganga nadi ki lambai kitni hai तो इसका जवाब होगा कि

इस नदी की लंबाई मध्य प्रदेश में लगभग 275 किलोमीटर and महाराष्ट्र में लगभग 295 किलोमीटर है |

So, इस की कुल लंबाई 570 किलोमीटर है and इसका कुल जल प्रवाह क्षेत्र 43658 वर्ग किलोमीटर है |


सहायक नदियां

इस नदी की अनेक सहायक नदियां हैं जो कि इस प्रकार से है |

दाहिने तरफ से -

चंदन नदी, मूल नदी, कान्हन नदी, हीरा नदी, देवनदी और बावनथड़ी नदी है |

बाएं तरफ से -

थेल नदी, चुलबंध नदी, बाघ नदी, वर्धा नदी, गढ़वी नदी, खोब्रगडी नदी, थनवर नदी, सोनचिरी नदी और कथनी नदी है |


वैनगंगा नदी कौन-कौन से राज्यों में बहती है ?

यह नदी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बहने वाली एक नदी है |


वैनगंगा नदी किन प्रमुख शहरों से होकर गुजरती है ?

यह नदिया ने प्रमुख शहरों से होकर गुजरती है

जिनमें से मध्यप्रदेश में सिवनी, बालाघाट से होकर गुजरती है तथा

महाराष्ट्र में यह नदी भंडारा और गडचिरोली से होकर गुजरती है |


बांध व जलप्रपात wainganga river dam and waterfall

इस नदी पर अनेक बांध दिया जलप्रपात बने हुए हैं |

संजय सरोवर बांध ( भीमगढ़ डैम) -

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छपारा में यह बांध बना हुआ है और इस बांध का निर्माण सन 1970 में हुआ |

संजय गांधी परियोजना मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्य की संयुक्त परियोजना है और

यह बांध विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है तथा यह बांध एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है |

धूती बांध -

यह बांध मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित है और इस बांध का निर्माण सन 1917 से लेकर सन 1923 के बीच में हुआ है |

गांगुल जलप्रपात -

यह जलप्रपात मध्य प्रदेश के बालाघाट में स्थित है |


वैनगंगा नदी और इसकी सहायक नदियों पर परियोजना

अब अगर बात कि जाये कि wainganga nadi और इसकी सहायक नदियों पर परियोजना के बारे में

तो इसका जवाब यह होगा कि इस नदी पर और इसकी सहायक नदियों पर अनेक परियोजना बनी हुई है,

जो कि इस तरह से है |

वैनगंगा नहर परियोजना -

यह परियोजना मध्य प्रदेश की पहली नहर परियोजना है और इस नहर का निर्माण सन 1923 में कराया गया |

इस नहर की लंबाई 45 किलोमीटर है और इस नहर की दो अन्य 35 किलोमीटर की लंबाई

वाली शाखाएं निर्मित की गई |

इस नहर के द्वारा मध्य प्रदेश का बालाघाट और महाराष्ट्र के भंडारा जिले की 4000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है |

राजीव सागर परियोजना -

यह परियोजना इसकी सहायक नदी बावनथड़ी नदी पर है और यह परियोजना

मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले की कटंगी तहसील में स्थित है |

मलधर जलप्रपात -

यह जलप्रपात इसकी सहायक नदी देव नदी पर स्थित है |

नेहल सेरा बांध -

नेहाल सेरा बांध वेन गंगा की सहायक नदी चंदन नदी पर बना हुआ है |

धनोरा बांध -

यह बांध वैनगंगा नदी की सहायक नदी कान्हा नदी पर बना हुआ है |

कन्हन नदी की एक सहायक नदी पेंच नदी है और

पेंच नदी के किनारे पेंच राष्ट्रीय उद्यान है और

यह राष्ट्रीय उद्यान सतपुड़ा की पहाड़ियों में सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में है |


वैनगंगा नदी महाराष्ट्र ( wainganga river in maharashtra )

यह नदी मध्य प्रदेश में बहती हुई मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से महाराष्ट्र के भंडारा जिले में प्रवेश करती है |


wainganga nadi का संगम ( wainganga and wardha river sangam )

अब अगर इस नदी के संगम की बात कि जाये तो यह नदी मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से निकलती हुई

महाराष्ट्र राज्य के गढ़चिरौली जिले के चपराला नामक स्थान पर वर्धा नदी के साथ मिल जाती है

और फिर यह दोनों नदियां मिलकर प्राणहिता नदी का निर्माण करती है

वह आगे चलकर प्राणहिता नदी तेलंगाना राज्य के कालेश्वर में गोदावरी नदी में समाहित होती है |


wainganga nadi की विशेषता

इस नदी को मध्य प्रदेश के सिवनी की जीवन रेखा कहा जाता है

और वर्धा और वैनगंगा नदी के संगम को प्राणहिता नदी कहते हैं |

एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध और

विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मिट्टी का बांध भीमगढ़ बांध मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में इस नदी पर स्थित है |

यह नदी अर्ध चंद्राकार में बहती है और इस नदी पर महाराष्ट्र राज्य के

भंडारा शहर में पहला बंदरगाह स्थापित किया गया था |


साहित्य में उल्लेख

रूडयार्ड किपलिंग में अपने पुराने संस्करण 'द जंगल बुक' एवं 'द सेकंड जंगल बुक' सन 1894- 1895 की मोगली की कहानियों में वैनगंगा नदी का उपयोग एक प्रमुख आकर्षण के रूप में किया गया है |


FAQs

वैनगंगा नदी कहाँ से निकलती है ?

इस नदी मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के मुंडारा नामक गाँव से कुछ ही दुरी पर स्थित राजोलाताल से निकलती है |


वैनगंगा नदी की कुल लम्बाई कितनी है ?

अब अगर इस नदी की लम्बाई की बात की जाए तो इसकी कुल लम्बाई 570 किलोमीटर है |


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